कतर की जेल में बंद नौसेना के पूर्व अधिकारियों को लेकर विदेश मंत्रालय ने क्या बताया

Indo Qatar Relationship: क़तर में आठ पूर्व भारतीयों नौसेनिकों को मौत की सज़ा के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ये मामला क़तर के कोर्ट ऑफ़ अपील में है. मामले में अब तक तीन सुनवाई हुई है.

3 दिसंबर को आठों लोगों से मिलने दिया गया था
उन्होंने कहा, “दोहा में हमारे राजदूतों को तीन दिसंबर को इन आठों लोगों से मिलने का मौका मुहैया कराया गया. लेकिन इसके अलावा अभी साझा करने के लिए कुछ नहीं है. अभी मुझे पता नहीं है कि वहां कितने लोगों की सजा की माफी हुई और इसमें कोई भारतीय है भी या नहीं.”

क़तर में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों की मौत की सज़ा के चलते भारत के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. गौरतलब है कि जिन आठ लोगों को मौत की सज़ा सुनाई गई है, वे भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी हैं. इनमें कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कैप्टन वीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुग्नाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और सेलर रागेश शामिल हैं.

Indo Qatar Relationship: साल 2022 में किया गया था अरेस्ट
ये सभी एक डिफेंस सर्विसेज कंपनी के लिए काम कर रहे थे. ये सभी लोग भारतीय नौसेना से रिटायर हो चुके हैं. क़तर में इन लोगों को पिछले साल (2022) 30 अगस्त को गिरफ़्तार किया गया था. तब से उन्हें तन्हाई कैद में रखा गया था. इन लोगों का मुकदमा इस साल 29 मार्च को शुरू हुआ था.

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